जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी
गुरुवार, 24 अक्तूबर 2013
शुभ संध्या
सूरज को सलामी
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आसमान में कदमताल करके
जा पहुंचा आरामगाह में आदित्य
सुरज को सलामी दो यारो
कल फिर आएगा शान से
धूप का सेक लेकर
शुभ संध्या
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सारस्वत
24102013
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