जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी
बुधवार, 4 दिसंबर 2013
रिश्तों में ईमानदारी
"रिश्तों में ईमानदारी"
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जैसे निखालिस रेत से महल खड़े नही होते
वैसे ही झूट की भी इमारत खड़ी नही होती
रिश्तों में ईमानदारी की बुनियाद जरूरी है
बेईमानी कि नाव कभी भी पार नही होती
#सारस्वत
04122013
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