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सोचिये ,
शादी करने से पहले …
सिन्दूर ,
किसके नाम का लगाने जा रही हो ,
बाद में रोना तो ना पड़ेगा ....
सिन्दूर ,
किस की मांग में लगा रहे हो …
बाद में पछताना ना पड़ेगा ,
इतना सोचना तो ,
जरूरी बनता है ना , आखिर ....
सारी जिन्दगी का मामला है ,
मांग कोई भी हो ,
मांग की सूरत को जरूर देखिए ....
वोट डालने से पहले भी ,
सोचिये ,
वोट देने के बाद ....
आपकी उंगली पर लग़ी स्याही ....
और माथे पर लगा सिंदूर …
एक समान होता है ....
गलत निर्णय से …
आप नहीं नस्ले पछताती हैं ....
इसलिए ,
एक बार निर्णय लीजिये ,
देश हित में सोचिये ,
आपके परिवार की फिर ....
माँ भारती सोचेगी।
जय हिन्द जय भारत।।
"वन्देमारतम्"
#सारस्वत
28042014
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