मंगलवार, 13 मई 2014

सुरमई सपनो के अंदर

#
सुरमई सपनो के अंदर 
पंख लगे हैं सुंदर सुंदर 

सुरमई ...
*
तितली मन उड़ता जाता 
कलियोँ सा खिलता जाता 
खिली धुप सा इतराता है 
मनमयूर देख के अम्बार 
सुरमई ...
*
अन्तर्मन विचरन करता 
चंचल मन उड़ता फिरता 
सपन सरीखी सीप के अंदर 
अंनत शिखाऐ बीच समंदर 
सुरमई ...
*
हर पल आते नींद झरोंखे 
रंग सुनैहरी हवा के झोखे 
इंद्रधनुष की जलधारा है 
मुक्तधरा सपनो के अन्दर 
सुरमई ...
#सारस्वत 
23012014

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें