मंगलवार, 15 जुलाई 2014

बेटी के लिए "दुआ"


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मासूम नज़र को नज़र ना लगे दुआ करूँगा 
खुशियों की ना कोई टूटे माला दुआ करूँगा 
मासूम नज़र को नज़र ना लगे  … 

मेरी कोशिश हमेशा बद'नजर से बचाने की 
टूट कर बिखर ना जाओ यही दुआ करूँगा 
मासूम नज़र को नज़र ना लगे  … 

मिलना और बिछुड़ना तो दस्तुर ऐ दुनिया है 
धड़कते दिल से याद करें अपने दुआ करूँगा 
मासूम नज़र को नज़र ना लगे  … 

सांसो का भरोसा नहीं कब थक के बैठ जायें 
जिंदगी मरने पे आंसू न लाये दुआ करूँगा 
मासूम नज़र को नज़र ना लगे  … 

#सारस्वत 
15102013

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