शुक्रवार, 9 जनवरी 2015

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आपने फिल्म देखी है
आप संतुष्ट हो अच्छी बात है
लेकिन मैं संतुष्ट नहीं हूँ क्योंकि
मुझे पता है
फिल्म के लिए कोई कहानी
किस प्रकार लिखी जाती है
किरदार कैसे घड़े जाते हैं
किस प्रकार दर्शक को भर्मित किया जाता है
किस प्रकार से किसी को टारगेट करने के लिए
घटनाओं को किधर को मोड़ना होता है
किसी को कहानी में कैसे बचना होता है
किसको किस प्रकार से हीरो
और दूसरे को विलेन बनाया जाता है
क्यूंकि ये सब मुझे अच्छे से पता है
इसलिये
PK मुझे बिलकुल भी पसंद नहीं आएगी
इसलिए
मैंने देखि नहीं है और ना ही देखना चाहूंगा
आस्था विश्वास परमात्मा जीसस खुदा
पूजा ईबादत सभी के अपने अपने हैं
अगर आप
खुद के धर्म पर खुल कर नहीं बोल सकते तो
ऐसे में आपको कोई हक नहीं बैठता
दूसरे के धर्म पर ऊँगली उठाओ
लेकिन ये बात
हिरानी & कम्पनी के ऊपर लागु नहीं होती
क्योंकि उनका धर्म पैसा है और कुछ नहीं
और
हिन्दू हिन्दू को हिन्दू नहीं जाती से पुकारता है
आज भी जाती की पूँछ को हटाना नहीं जानता
तो ये सब तो होना ही है
इसमें रोने चिल्लाने समझने से भी क्या होगा
लेकिन
कितना भी जातीयों में बटकर
दिखा लो खुद को अलग अलग होकर
गलती हम सभी हिन्दुओं की है तो
भुगतना भी हम सभी को होगा मिल कर
#सारस्वत
09012015 

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