गुरुवार, 26 नवंबर 2015

प्यार ...

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प्यार को प्यार से प्यार का आकार दो 
प्यार के अक्षांस को प्यार से सवाँर दो 

आशाओं को मिलेगी आकांक्षाओं की ओस 
अनुनय विनय को आलिंगन का हार दो 

प्रणय पुष्प पल्ल्वित होंगे ह्रदय पटल पर 
नेह से देह को स्नेह स्निग्ध उपहार दो  

भाव संग जगमग करेगी भावना की लौ 
प्रेम की रीत को प्रीत सा विस्तार दो 

#सारस्वत 
27112015 

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