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अभी ज़िंदा हूँ मैं
खबर कर दो , दिवानों को सियासतदानों को
बादलों की चालों से
सूरज ढला नहीं करते , बता दो नाफ़र्मानों को
बादलों की चालों से ,
सूरज ढला नहीं करते ...
मायूस ना हो
ऐतबार ना बदल , आयेगा मौका भी आज़माइशों का
इरादे पुराने चावल हैं
हौसले मचलते फड़कते हैं , रौशनी तो पहुंचे अतिशदानों को
बादलों की चालों से
सूरज ढला नहीं करते ...
बैठ कर आसरे
मुकददर के , हासिल को नहीं होता कभी कुछ हासिल
तोड़ दो सहारे
किनारों के किनारे , होश से भरदो सागर पैमानों को
बादलों की चालों से
सूरज ढला नहीं करते ...
नई सुबह से पहले
अँधेरा छटने से पहले , आती है उम्मीद जगाती है सबको
अलसुबह होगई ,
मौसम आज़माने को , इंकलाब आने को है बतादो नौजवानों को
बादलों की चालों से
सूरज ढला नहीं करते ...
#सारस्वत
12122015
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