रविवार, 14 फ़रवरी 2016

क्या चल रहा है ...

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समय गति के साथ में दौड़ रहा था , और दौड़ रहा था ज़वान
सियाचिन की चौकी का रौब , वापस लौट रहा था सीमा पर
पार करके हिमखंड जा पहुंचा जब , हिममानव साथियों के करीब
सभी ने हैरान परेशान होकर पूछा  .. .
हनुमनथप्पा !!
तू वापस क्यों आ गया तैनाती पर
खामोश क्यों है कुछ हाल बता  , बता  ... देश में क्या चल रहा है
लांस नायक हनुमनथप्पा बोला  ...
मेरे देश में
सेकुलरिज्म का पहाड़ा पढ़ाया जा रहा है
देशभक्ति को कटटरवाद बताया जा रहा है
मेरे देश में अब शहीदों को याद नहीं किया जाता
वेलन्टाइडे मनाया जाता है
भगत सिंह राजगुरु सुखदेव को भुला दिया जाता है
आज़ाद बिस्मिल को आतंकी पढ़ाया जाता है
सुभाष को फरार मुजरिम लिख दिया जाता है
मेरे देश में गद्दारों का भाव बढ़ रहा है
हिंदुस्तान हिन्दू मुस्लिम में बट रहा है
जो गद्दार हैं मृत्युदंड के अधिकारी हैं
महिमामंडित वो देशद्रोही किये जा रहे हैं
परिसरों को युद्धभूमि बनाने की शाज़िशें हो रही हैं
देश को तोड़ने और विखंडित करने की बातें हो रही हैं
तिलक तराजू तलवार अम्बेडकर विरोधी बताया जा रहा है
भ्रम का माहोल बनाया जा रहा है
दहशत को हथियार बनाया जा रहा है
वोटो के नाम पर जयचंद सियासत कर रहे हैं
मेरे देश में जनेऊ नहीं JNU चल रहा है
और ये कहकर हनुमनथप्पा ने
बर्फ की चादर फिर से ओढ़ ली
और मौन हो गया सदा सदा के लिये
#सारस्वत
14022016 

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