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संवेदनाओं की बोली को अक्सर समझ नहीं पाते
भावनाओं को बोल कर भी व्यक्त नहीं कर पाते
सहमति की अपेक्षा तो रखते हैं लेकिन प्रतिपक्ष से
स्वम को पक्ष विपक्ष के दायरे से निकाल नहीं पाते
संवाद में वाद से पलायन करना सीख लिया हमने
कंकर विवाद के उछाले बिना अब खेल नहीं पाते
माहौल में नकारात्मक ऊर्जा के भाव का प्रभाव है
हम नासमझ बस इत्ती सी बात समझ नहीं पाते
#सारस्वत
04032016
संवेदनाओं की बोली को अक्सर समझ नहीं पाते
भावनाओं को बोल कर भी व्यक्त नहीं कर पाते
सहमति की अपेक्षा तो रखते हैं लेकिन प्रतिपक्ष से
स्वम को पक्ष विपक्ष के दायरे से निकाल नहीं पाते
संवाद में वाद से पलायन करना सीख लिया हमने
कंकर विवाद के उछाले बिना अब खेल नहीं पाते
माहौल में नकारात्मक ऊर्जा के भाव का प्रभाव है
हम नासमझ बस इत्ती सी बात समझ नहीं पाते
#सारस्वत
04032016
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