जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी
गुरुवार, 8 सितंबर 2016
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कोख के आंगन में
ममता के प्रांगण में
एक अँकुर उगता है
उसका नाम है प्यार
यौवन की दहलीज़ पर
दिल की ज़मीन पर
एक अंकुर उगता है
उसका नाम है इश्क़
वात्सल्य के आँचल में
ज़िन्दा एहसास है प्यार
और ...
मोहब्बत की बिसात पर
हवस की जात है इश्क़
#सारस्वत
28082015
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